नाबालिक बालिका को बहला फुसलाकर ले जाकर दुष्कर्म करने वाले आरोपी को मस्तूरी /मल्हार पुलिस द्वारा किया गया गिरफतार
संजय बंजारे कोटा
नाबालिक बालिका को बहला फुसलाकर ले जाकर दुष्कर्म करने वाले आरोपी को मस्तूरी /मल्हार पुलिस द्वारा किया गया गिरफतार
आरोपी को विधीवत् गिरफतार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
आरोपी-
01. दुर्गेश धीरज पिता रामकुमार धीरज उम्र 25 साल साकिन ग्राम मुडपारा नरवापारा थाना मस्तूरी जिला बिलासपुर छ.ग.
मामले का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है कि दिनांक 09.01.2024 को प्रार्थी ने पुसकें मल्हार थाना मस्तूरी जिला बिलासपुर छ.ग. आकर रिपोर्ट दर्ज कराया की उसकी नाबालिक बेटी को कोई अज्ञात व्यक्ति द्वारा बहला फुसला कर भगा कर ले गया है। सूचना पर गुम इंसान/ अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया था, दौरान विवेचना के, श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय श्री रजनेश सिंह (भा.पु.से.) द्वारा अपराध समीक्षा बैठक में लंबित अपराधों के शीघ्र निराकरण करने तथा गुम अपहृत बालिका के पतासाजी बरामदगी के संबंध में आदेश प्राप्त होने पर पुलिस सहायता केन्द्र मल्हार के प्रभारी उप निरीक्षक ओंकारघर दीवान के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उदयन बेहार (रा.पु.से.) एवं नगर पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ बघेल (रा.पु.से.) से दिशा निर्देश प्राप्त कर थाना प्रभारी मस्तूरी निरीक्षक सईद अख्तर के मार्गदर्शन में गुम एवं अपहृत बालिकाओं का लगातार पतासाजी किया जा रहा था। इसी कड़ी में सूचना मिली की नाबालिक बालिका अपनी बडी बहन के घर ग्राम मुडपार मस्तूरी में देखी गई है। सूचना के तस्दीक हेतु पुलिस सहायता केन्द्र मल्हार के प्रभारी उप निरीक्षक ओमकार धर दीवान के द्वारा टीम के साथ ग्राम मुडपार जाकर अपहृता के संबंध में ग्रामीणो से पूछताछ करने पर पता चला की एक नाबालिक लडकी को दुर्गेश धीरज नामक व्यक्ति अपने घर में रखा हुआ है, जिस पर मुडपार निवासी दुर्गेश धीरज के घर में जाकर दबिश दिया गया जो नाबालिक बालिका दुर्गेश धीरज के साथ मिली जिसे विधीवत् बरामद कर बालिका के परिजनों को सूचित कर बालिका का महिला अधिकारी से ब्यान दर्ज कराया गया। जो बालिका से पूछताछ में खुलासा हुआ कि बालिका को आरोपी दुर्गेश धीरज बहला फुसलाकर उंटी ले गया था और उसके साथ लगातार जबरदस्ती बालात्कार करते रहा। जिससे बालिका गर्भवती हो गई। आरोपी के द्वारा गंभीर अपराध घटित करना पाये जाने से आरोपी को दिनांक 09.12.2024 को विधीवत् गिरफतार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
मामले के संपूर्ण कार्यवाही में पुलिस सहायता केन्द्र प्रभारी उप निरीक्षक ओंकार धर दीवान, प्रधान आरक्षक विनोद यादव, महिला आरक्षक तारिणी वर्मा, आरक्षक अभिजीत कुर्रे व श्यामलाल सोनवानी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।